Posts
भारत के लिए मुश्किलें खड़ी करता बांग्लादेश- दैनिक जागरण (28.04.2025), राष्ट्रीय संस्करण
- Get link
- X
- Other Apps
ट्रंप के फैसलों का प्रभाव, हस्तक्षेप, राष्ट्रीय सहारा (01.02.2025)
- Get link
- X
- Other Apps
ट्रम्प का प्रवासियों के लिए लिया गया यह निर्णय अमेरिका के लिए लाभदायक नहीं लगता है। कुशल श्रम गतिशीलता को अप्रवासन से स्पष्ट रूप से अलग करने की आवश्यकता है। कई विकसित अर्थव्यवस्थाओं में बढ़ती जनसांख्यिकी और प्रतिभा की कमी के साथ, व्यवसायों को नवाचार को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक प्रतिभा तक पहुंच होनी चाहिए। कुशल अप्रवासी सिर्फ़ नौकरियां वाली जगह ही नहीं भरते, वे उन्हें बनाते भी हैं। वे स्टार्टअप शुरू करते हैं, पेटेंट दाखिल करते हैं और नवाचार को बढ़ावा देते हैं, जिससे अमेरिकी रोज़गार की नींव मजबूत होती है। डोनाल्ड ट्रम्प के राजनीतिक पुनरुत्थान से केवल अमेरिकी राजनीति ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व में उथल-पुथल मच गया है। ट्रंप के कई फैसले जिसमें 6 जनवरी, 2021 को कैपिटल हिल हिंसा में शामिल 1,500 लोगों की माफी, पेरिस समझौते व विश्व स्वास्थ्य संगठन से अमेरिका के बाहर निकलने, अमेरिका को नुकसान पहुंचाने वाले अप्रवासियों को फांसी की व्यवस्था करने तथा थर्ड जेंडर का दर्जा खत्म करने जैसे निर्णय लिए है। इसके साथ ही कनाडा व मेक्सिको पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने, अमेरिकी डॉलर को कमजोर करने के...
चीन के लिए भी कठिन वक्त- हस्तक्षेप, राष्ट्रीय सहारा, 09.11.2024
- Get link
- X
- Other Apps
चीन की अर्थव्यवस्था में मंदी जारी है। चीन अपनी स्थिर अर्थव्यवस्था तथा अमेरिका, यूरोप व अपने कई पड़ोसियों के साथ तनावपूर्ण संबंधों का सामना कर रहा है। अमेरिका ने चीनी कंपनियों पर व्यापक प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे चीन को कठिन स्थिति से गुजरना पड़ रहा है। इसके साथ ही चीन को दक्षिण चीन सागर में कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। फिलीपींस के जहाज चीन को समुद्र में चुनौती दे रहे है और लगभग हर महीने चीन के विस्तारवादी मंसूबों से उनकी टकराहट होने लगी है। इसके साथ ही ताइवान के विलय के लक्ष्य को शी जिनपिंग अभी तक हासिल नहीं कर पाये हैं, जिसके लिए चीन लगातार सैन्य-अभ्यास के माध्यम से ताइवान की घेराबंदी कर रहा है। अपने इरादे को पूरा करने के लिए चीन को हिमालय की शांतिपूर्ण स्थिर सीमा की आवश्यकता है, जहां भारत मजबूती के साथ डटा है। चीन के लिए एक साथ ताइवान और भारत के साथ युद्ध की स्थिति में तैयार रखना मुश्किल है। विगत चार वर्षों की सीमा-गतिरोध के बीच सैन्य व कूटनीतिक स्तर की वार्ता के बाद भारत और चीन द्वारा 21 अक्टूबर 2024 को अपने सैनिकों की वापसी और गश्त शुरू करने को लेकर किय...