Posts

Showing posts from January, 2024

भारत के विरुद्ध चीन का षणयंत्र- दैनिक जागरण, राष्ट्रीय संस्करण (23.01.2024)

Image
          केवल पर्यटन के आधार पर चीन-मालदीव संबंधों के विकास को समझना अदूरदर्शी सोच होगी। चीन अपनी विस्तारवादी मंसूबों के लिए हिंद महासागर में भारत को घेरना चाहता है। हिंद महासागर परिक्षेत्र में हो रहा चीनी विस्तार भारत के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए एक चुनौती बन गयी है। ब्लू इकॉनमी बनने के लिए चीन द्वारा खड़ी की गयी वैश्विक भू-राजनीतिक व भू-आर्थिक परिस्थितियों के कारण हिंद महासागरीय देशों को स्वतंत्र व समावेशी बने रहने लिए प्रतिबद्ध व एकजुट रहना आवश्यक है।           भारत के प्रधानमंत्री के द्वारा लक्ष्यद्वीप को पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए सोशल मीडिया पर डाले गए पोस्ट के कारण मालदीव के तीन मंत्रियों ने इसे मालदीव पर्यटन के लिए एक चुनौती मानकर भारत और भारत के प्रधानमंत्री के प्रति अपमानजनक टिप्पणियों पर मालदीव सरकार द्वारा निलंबित तो कर दिया गया, परंतु राष्ट्रपति मोहम्म्द मुइज्जू अपनी पांच दिवसीय चीन की राजकीय यात्रा से स्वदेश लौटने पर भारत के खिलाफ विवाद को और बढ़ा दिया है। भारत पर कटा...

मालदीव पर चीन का कसता शिकंजा और भारत की चुनौतियां- हस्तक्षेप, राष्ट्रीय सहारा (13.01.2024)

Image
     चीन अपनी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव जैसी विस्तारवादी महत्वाकांक्षाओं के माध्यम से स्थलीय व समुद्री मार्गों पर नियंत्रण कर विश्व की महाशक्ति बनने के सपने देख रहा है। इसके लिए चीन कर्ज-जाल की नीति से लेकर आक्रामक धमकियों तक की रणनीति अपनाता रहा है। चीन एकध्रुवीय एशिया के सपने देख रहा है, परंतु भारत बहुध्रुवीय एशिया के समर्थन में है तथा खुद को चीन की तुलना में एक प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में स्वयं को स्थापित करने के प्रयास में लगा है, जिसकी उम्मीद की जा सकती है।         सितंबर 2023 में चीन समर्थक मोहम्मद मुइज्जू व पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) के कई राजनेताओं ने अपना चुनाव अभियान 'गो बैक इंडिया' और 'इंडिया आउट' के नारों से भारत के विरुद्ध केंद्रित कर मालदीव की संप्रभुता को प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाया, जिसे मालदीव समाज ने उस अलगाववाद की भावना का समर्थन कर मोहम्मद मुइज्जू को सत्ता में बैठा दिया। सत्ता में आने के तुरंत बाद शत्रुतापूर्ण रवैया अपनाते हुए मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से उन 75 सैन्य- कर्मियों को वापस बुला लेने का दबाव बनाना शुरू कर द...